योग क्या है ?
योग क्या है? योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः॥ 2॥ योगः— मिलना या एक हो जाना; चित्त—मन (मानस) की चेतना , बुद्धि और अहंकार; वृत्ति—परिवर्तन , कार्य , घटना; निरोधः—रोकना , समापन। योग ऐसी विधि है , जो मन में वह शक्ति विकसित करती है; जिससे चेतना में विचारों के उतार-चढ़ाव का निरोध होता है , जिससे व्यक्ति को उस चेतना के साथ जुड़ने में मदद मिलती है; जो कहीं भी पहुँच जानेवाले मन , इंद्रियों , बुद्धि तथा मैं हूँ से बनी होती है। यौगिक पद्धतियों के पालन से व्यक्ति चेतना के उतार-चढ़ाव , भटकाव , परिवर्तन और सुधार से मुक्त रहना सीख जाता है।